जिसमे हम फिर एक दूसरे के नजदीक आयेगें, एक सुबह तो जरुर होगी। जिसमे हम फिर एक दूसरे के नजदीक आयेगें, एक सुबह तो जरुर होगी।
नींद खुली तो तन्हाई थी, पास में वह तो नहीं थे, बस पड़ी थी एक रजाई। नींद खुली तो तन्हाई थी, पास में वह तो नहीं थे, बस पड़ी थी एक रजाई।
दिल में अब कोई तमन्ना कोई ख्वाहिश ना अब बाकी है।।। दिल में अब कोई तमन्ना कोई ख्वाहिश ना अब बाकी है।।।
तेरे बिना, मेरी इस दुनिया में रखा ही क्या है? तेरे बिना, मेरी इस दुनिया में रखा ही क्या है?
और इस महामारी को रोकने के लिए, सोशल डिस्टन्सिंग भी जरुरी है। और इस महामारी को रोकने के लिए, सोशल डिस्टन्सिंग भी जरुरी है।
पर हिम्मत ना होती डर लगता कहीं बदल ना जाए जिंदगी। पर हिम्मत ना होती डर लगता कहीं बदल ना जाए जिंदगी।